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story in hindi to read - horror story in hindi to read | Haunted House - EP 3

story in hindi to read - horror story in hindi to read

Haunted House - EP 3

सलोनी बाहर हॉल में जा कर गिरी थी , उसके टखने में चोट लग गयी थी , उसे काफी दर्द होने लगा था |

गिरने की आवाज सुन कर देविका बाहर निकल कर आयी , उसने देखा उसकी भाभी फर्श पड़ी दर्द में तड़प रही है | उसने सलोनी को संभालने की कोशिश की लेकिन सलोनी उसे अपने पास नहीं आने दे रही थी , सलोनी उससे दर रही थी |

देविका ने भाभी को पकड़ा और बोली "क्या हुआ आपको , आप ठीक तो हो न "

सलोनी ने जब देविका की अबाज सुनी तो उसे अब कुछ रिलैक्स हुआ 

"क्या हुआ भाभी जी आप यहाँ कैसे गिर गयी " देविका ने उसे उठा कर सोफे पर बिठाते हुए पूछा 

सलोनी ने रिलैक्स होने पर बताया की वो तुम्हारे रूम में तुम्हे देखने के लिए गयी थी तो ड्रेसिंग मिरर में उसे एक भयानक और डरावनी शक्ल बाली औरत दिखी थी , उसके बिखरे हुए बाल और बड़े बड़े दांत बड़े बड़े नाखून खून से सने हुए मेरी और दौड़ के आने वाली थी , मैंने कमरे का गेट बंद किया और भागते हुए यहां आकर किसी से टकराई और यहाँ गिर गयी ||


देविका ने कहा लेकिन भाभी जी मैं तो वाशरूम में थी , और मुझे तो कुछ नहीं दिखा 

सलोनी "देविका प्लीज मुझे डराओ मत , मैं डर से मर जाऊगी "

देविका "सच में भाभी जी मैं डरा नहीं रही हूँ बल्कि डर तो अब मुझे लग रहा है की मेरे रूम में ऐसा कौन हो सकता है "


सलोनी "तुम्हे याद है रात को तुम तेज तेज चीख रही थी , तब मैं गयी थी तुम्हरे पास "

देविका "मुस्करायी और बोली कब मुझे तो कुछ भी याद नहीं है "

सलोनी अब चुप ही रह गयी उसे अब दाल में काला नहीं मगर दाल ही पूरी काली लगने लगी थी |


सलोनी सोच रही थी की ऐसे कैसे हो सकता है की इसे कुछ भी याद न हो , जबकि इसकी चीख तो इतनी तेज थी की इसके भाई को सब पता चल गया था | सलोनी का डर अब और भी बढ़ता जा रहा था , 

देविका बोली "रुको भाभी जी मैं तुम्हरे लिए पानी ले कर आती हूँ "

सलोनी ने कहा "नहीं नहीं रहने दो मैं अपने रूम में जा कर पी लुंगी "

सलोनी अपने रूम में चली गयी ...

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देविका वही सोफे पर बैठी रह गयी और अपनी भाभी की बातो को याद करने लगी थी , मैं कब डरी थी , मुझे तो कुछ भी याद नहीं ??

और भाभी मुझे देख कर इतनी भयभीत क्यों हो रही थी , इतना की मेरे से पानी भी नहीं लिया ??


देविका ने अपने फ्रेंड करन को कॉल किया 

हेलो डियर , कैसी हो ?

देविका "यार मैं तो ठीक हूँ लेकिन "

करन "लेकिन क्या बताओ "

देविका "कुछ नहीं यार तुम कहाँ हो "

करन "मैं रेडी हो रहा हूँ , तुम बताओ "

देविका "यार तुम आजाओ मुझे पिक करने मुझे तुमसे मिलना है "

करन "ठीक है मैं आजाऊंगा तुम तैयार रहना " 


अंकित ने ऑफिस पहुंच कर सलोनी को कॉल किया ..

अंकित "हेलो सलोनी आल इस फाइन न ?"

सलोनी "अंकित प्लीज तुम आजाओ मुझे बहुत डर लग रहा है "

अंकित "क्या हुआ बताओ "

सलोनी "यार मैं देविका का रूम में गयी थी तो रात से भी भयानक मंजर मुझे देखने को मिला "

अंकित "यार क्या हो रहा है हमारे साथ "

सलोनी ने बताया "और तो और देविका को रात बाली घटना के बारे में कुछ पता ही नहीं है कह रही है मुझे क्या हुआ था रात को , मैं तो ठीक थी "


अंकित ने आश्चर्य से पूछा  "what"

सलोनी ने रोते हुए पूरी कहानी बताई , अब अंकित को भी डर लगने लगा था , आखिर उसके घर में ऐसा क्या हुआ है जो ये सब होने लगा है |


वैसे तो सलोनी को  देविका के साथ डॉक्टर के पास जाना था लेकिन अब उसका मन बिलकुल भी नहीं कर रहा था |

सलोनी ने अपनी फ्रेंड पायल को कॉल करके इस घटना के बारे में सब कुछ बताया , पहले तो उसे विश्वास नहीं हुआ , लेकिन फिर बाद में जब पूरी घटना बताई तो उसे सलोनी के लिए बुरा लग रहा था |

सलोनी ने उसे अपने घर पर आने को कहा तो उसने शाम को आने के लिए कह दिया |


सलोनी कॉल कट कर ही रही थी की उसे अपने पीछे देविका खड़ी पायी , सलोनी माथा ही हिल गया उसने डरते हुए देविका से पूछा तुम कब आयी ?

देविका ने मुस्कराते हुए कहा "मैं अभी अभी आयी हूँ "

सलोनी के शब्दों में ही डर था उसने ऊगली गेट की और करते हुए कहा "लेकिन गेट तो लॉक है तुम कैसे आ गयी "


देविका ने गेट खोल कर दिखते हुए कहा देखिये भाभी जी गेट तो ओपन है | आप तो खामखा डर रही हो ऐसा कुछ नहीं है , मुझे लगता है आपको नींद पूरी करने की जरूरत है आप सो जाइये सब ठीक हो जायेगा , आप थकी हुई लग रही हो |


हाँ कहते हुए सलोनी बिस्तर पर लेट गयी और देविका की और देखने लगी ..

देविका "भाभी जी मैं न अपने दोस्त के साथ जा रही हूँ क्लास भी है और हमे लैब भी जाना है आज कुछ रिसर्च करना है "

सलोनी ने कुछ नहीं कहा बस हाँ में सर हिलाया और आंखे बंद कर ली ..


देविका चली गयी , तो सलोनी ने उठ कर फिर से गेट चेक किया गेट अभी भी लॉक था और उसके key तो उसके सिरहाने पर ही रखी थी ||


सलोनी की सांसे तेज से और तेज होने लगी थी , इस देविका को क्या हुआ है , यही तो नहीं कर रही सब कुछ ..

अभी तो गेट ओपन कर के दिखा रही थी लेकिन गेट तो मैंने खुद लॉक किया था , और अभी भी लॉक है |

सलोनी रात से लेकर अभी तक की सारी घटनाये याद करके उसके बारे में सोचने लगी ,,,,

सोचते सोचते उसकी आँख लग गयी ...

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