Sad Shayari - Romantic Shayari

 

Sad Shayari - Romantic Shayari

Sad Shayari



न चाहना किसी को पूरी शिद्दत से 

कही मुहब्बत से नफरत न हो जाये 

जिस शिद्दत से तुमने चाहा उसे 

जरुरी है क्या वो भी ऐसा ही चाहे 


Vo Kisi or ki ho gyi Shayari

सूरज न सही चराग रहने दो 

तवील रात का मुझे सुहाग रहने दो 

बनके खुशबू न बिखरू कोई बात नहीं 

मुझे महकते फूलो का पराग रहने दो 

पानी जब भी बना हूँ बह गया हूँ 

मुझको सीने में लगी आग रहने दो 


Sad Shayari for Girlfriend

खैर मैं तेरी हकीकत बन न सका 

मुझे आँखों में पतला ख्वाव रहने दो 

मैं किसी और के माथे का टीका न सही 

मुझे अपने दामन का दाग रहने दो 


Best Sad Shayari Ever

मैं तेरा हो न सका , 

मुझे अपनी शाम-ए- महफ़िल रहने दो 

बन कर पैमाना जाम का तेरे होठो को मैं छू न सका 

बस करदो रहम इतना सा मुझ पर 

बन कर तेरी सांसो की खुसबू कटरा कटरा मुझे जीने दो 


मुहब्बत रूह से की जाती है 

जिस्म को क्यों बीच में लाते है

अक्सर लोग यही बोलते नजर आते है |


सावन की रात में पतझड़ बनते रहे 

सजल नैन तकिया भिगोते रहे 

इन आसुओ की कीमत कौन समझे

ये जो रात भर बरसते रहे 


आइना क्या दे सकेगा 

तुम्हारी खूबसूरती की खबर 

अभी हमारी आँखों से आ कर पूछो 

कितनी खूबसूरत हो तुम 


हैसियत से क्या मापोगे चाहत की हदे

कभी दिल में समां के देखो 

मुहब्बत में डूबते चले जाओगे 


हम पीते नहीं है 

वो आँखों से पिला देते है 

जब भी हम मिलते है बादियो में 

लोग आग लगा देते है गलियों में 




अमूल्य संबंधो की तुलना धन से नहीं करनी चाहिए 
क्युकी धन क्षण भंगुर होता है , 
जबकि रिश्ते ताउम्र काम आते है |

मैं तुम्हे अपना गुस्सा कुछ ऐसे ही दिखा सकता हूँ 
तुम्हारी चाय में नमक मिला सकता हूँ
अगर कहो तुम मुझसे की बात नहीं करनी 
तो तुम पर शायरी गजल या नज्म भी सुना सकता हूँ 
लग के गले कह दो जाओ माफ़ किया तुम्हे 
बरना तुम्हारा गला भी दवा सकता हूँ 


मुझे वो आइना मिल गया 
जिसमे मैंने खुद को देखा 
बेहद चमकीला और साफ
साफ दिखाई दिया इसमें
मझे मेरा अक्स 

और मुझे खुद से बेपनाह प्यार हो गया 
तुम पूछ रहे हो की 
मुझे तुमसे बेपनाह मुहब्बत क्यों है 
जहा प्रेम है वहां दो नहीं एक ही होता है अक्स 

शोर से ज्यादा ख़ामोशी चुभ जाती है कानो में 
तीर की तरह जख्म कर जाती है दिल में 

होश में तो हो , आजमा कर क्या करोगे 
पहले से राख हूँ जला कर क्या करोगे 
बन के आँखों का काजल निहारता हूँ 
आँसू बहा दोगे तो मुँह दिखा के क्या करोगे 

जिंदगी के पथ पर न थक पथिक 
जीवन को अपने जीवंत बना पथिक 
दिन जो आज है वो भी ढलेगा 
मन में जो डर बो भी मिटेगा 
अंधेरा जो है वो भी छटेगा 
उम्मीद को मन में जगा लेना 
जीवन के हर पल को उत्सव बना लेना 




रिस्तो को बनाये रखने के लिए एक ही शर्त है ,
भावना देखे , सम्भाबना नहीं !!

हम नहीं कहते की तुम हर पल हमारे साथ रहो 
हमसे पहले जैसा एतबार करो 
बस इतनी सी ख्वाहिश है अब तो 
तुम , हमे अपना कुछ वक्त उधार दो 
कहे , अनकहे , जज्बातो का जरा इकरार करो 


हर लम्हा तुझे ही प्यार किया 
जितना जिया , पल पल तुझमे ही जिया 
जब तूने पूछा , किसी को प्यार किया ?
दर्द इस बात का नहीं की ये सवाल तूने किया 
दुःख इस बात का है , तूने प्यार को नीचे दिखा दिया |



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